Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: जॉय बरुआ, न्युमान पिन्टो
कहानी (आँखों के परदों पे) Kahaani Lyrics in Hindi - Udaan (1997)
आँखों के परदों पे प्यारा सा जो था वो नज़ारा
धुआँ सा बन कर उड़ गया अब ना रहा
बैठे थे हम तो ख्वाबों के छाँव के तले
छोड़ के उनको जाने कहाँ को चले
कहानी ख़तम है
या शुरुआत होने को है
सुबह नयी है ये
या फिर रात होने को है
आने वाला वक़्त देगा पनाहें
या फिर से मिलेंगे दो राहें
खबर क्या, क्या पता